Weather Alert : दोपहर 12.30 बजे जब पारा 45 .0 डिसे पर पहुंचा तो मौसम विज्ञानी भी अलर्ट हो गए।
ग्वालियर। नौतपे के छटवें दिन गर्मी पूरी तरह जानलेवा अंदाज में आ गई। पारा 47.2 डिसे की रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। अब से पहले 30 मई 1947 को पारा 48.3 डिसे तक पहुंचा था। गर्मी के विकराल रूप को देख प्रादेशिक मौसम कार्यालय भोपाल ने दोपहर 1 बजे ही लपट और भीषण गर्मी के आसार का अलर्ट जारी कर दिया था। प्रदेश भर में खजुराहो 47.2 डिसे के बाद ग्वालियर और नौ गांव ही दो ऐसे स्टेशन रहे जहां पारा 47.2 पर पहुंचा है।
गुरुवार को सुबह होने के साथ ही लोगों को इस बात का अंदाजा हो गया था कि, गर्मी का अंदाज जानलेवा है। कारण यह कि सुबह 8.30 बजे ही पारा 37.2 डिसे की ऊंचाई पर पहुंच गया था। गर्मी के घातक अंदाज को लेकर लोगों की रही-सही शंका तब दूर हो गई, जब 11.30 बजे ही पारा 43.8 डिसे की ऊंचाई पर पहुंचा। यह वो समय था जब घरों से बाहर निकले लागों के हाथ-पैर, आंखों व चेहरे पर चटक धूप के कारण झुलसन होने लगी थी।
1 बजे ही लोगों को किया आगाह
दोपहर 12.30 बजे जब पारा 45 .0 डिसे पर पहुंचा तो मौसम विज्ञानी भी अलर्ट हो गए। दोपहर 1 बजे प्रादेशिक मौसम कार्यालय ने ग्वालियर-चंबल संभाग में लपट चलने की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया। इसके साथ ही बचाव के तरीकों को भी बताया।
जलन से बचने लोग जहां के तहां रुके
लगातार प्रचंड होते गर्मी के तेवरों के बीच दोपहर 2 बजे जब वातावरण का तापमान 46 डिसे के पार गया तो लोगों की हालत पस्त होने लगी। हालत यह हो गई कि हाथ-पैर, आंख,चेहरे पर जलन से परेशान होकर लोगों ने छांव का आसरा तलाशना शुरू कर दिया। दोपहर 2.55 बजे पारा जब 47.2 डिसे की ऊंचाई पर पहुंचा तो घरों के अंदर कूलर की हवा खा रहे लोगों को भी गर्मी की मार का अहसास होने लगा। कूलर बे-दम से लगने लगे।
गर्म भट्टी की हवा सी लगी लपट
पिछले 6 दिनों से उत्तर-पश्चिम(राजस्थान का गर्म रेगिस्तानी इलाका) से आ रहीं गर्म लपट के आने का क्रम भी दिन भर जारी रहा। लपट की झुलसन से लोगों को ऐसे लगा मानों ये हवाएं किसी गर्म भट्टी से तपकर आ रही हों।
हवाएं भी सूखी
सुबह के समय आर्द्रता का प्रतिशत सामान्य स्तर के ठीक बराबर 32 प्रतिशत दर्ज हुआ, लेकिन दिन की गर्मी के बाद शाम को यह सामान्य से 4 अंक घटकर 15 प्रतिशत रह गई। अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिसे व गत दिवस की तुलना में 1.4 डिसे अधिक 47.2 डिसे दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.9 डिसे कम,लेकिन गत दिवस की तुलना में 1.1 डिसे अधिक 26.4 डिसे दर्ज किया गया।
सालों बाद तपा ऐसा नौ-तपा
सालों बाद यह स्थिति बनी है जब नौ-तपा के पहले 6 दिनों में इतनी अधिक प्रचंड गर्मी पड़ी हो। इतना ही नहीं, 2009 से लेकर 2019 के बीच अब से पहले पारा भी 44.6 डिसे अधिक नहीं गया है।
27 मई 2018 46.6
26 मई 2017 45.7
02 जून 2016 44.4
26 मई 2015 45.9
30 मई 2014 45.4
8 घंटे गर्मी का टॉचर्र
सुबह 11 बजे से रात 7 बजे के बीच पारा 42.0 से 47.2 डिसे के बीच रहा। इसमें से भी दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे के बीच लोग 45 से 47.2 डिसे के बीच झुलसते रहे।
आगे क्या?
मौसम कार्यालय प्रभारी उमाशंकर चौकसे के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान मौसम प्रायः शुष्क रहेगा। गर्मी से राहत के कोई आसार नहीं है।
दिन भर के मौसम का हाल
समय दर्ज तापमान
05.30 27.8
08.30 37.2
11.30 43.8
02.30 46.8
05.30 44.6
08.30 36.2
ऐसे बदल रही पारे की चाल
2018 2019
दिनांक अधिकतम न्यूनतम अधिकतम न्यूनतम
20 मई 42.5 24.4 42.2 23.0
21 मई 44.0 25.2 43.1 25.0
22 मई 45.5 24.2 42.5 25.5
23 मई 46.2 25.2 42.7 27.4
24 मई 45.2 26.6 41.9 24.8
25 मई 43.8 25.2 40.6 26.2
26 मई 46.0 24.1 42.9 24.8
27 मई 46.6 24.2 44.1 25.6
28 मई 45.4 24.1 44.7 25.0
29 मई 46.4 25.3 45.8 25.3
30 मई 43.4 28.9 47.2 26.4
नोटः तापमान के आंकड़े डिग्री सेल्सियस में।